श्री टी.एस.सी. बोस ने प्रमुख नेतृत्व पदों पर कार्य करने के बाद आरईसी लिमिटेड के निदेशक का पदभार संभाला

कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) की मंजूरी के बाद,श्री टीएससी बोश ने 3 अक्टूबर 2025 को आरईसी लिमिटेड के निदेशक (परियोजनाएँ) का कार्यभार संभाला है.

श्री टी.एस.सी. बोस ने प्रमुख नेतृत्व पदों पर कार्य करने के बाद आरईसी लिमिटेड के निदेशक का पदभार संभाला

श्री टीएससी बोश ने 3 अक्टूबर 2025 को आरईसी लिमिटेड के निदेशक (परियोजनाएँ) का कार्यभार संभाला है. 1अक्टूबर 2025 को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) की मंजूरी के बाद,श्री टीएससी बोश ने 3 अक्टूबर 2025 को आरईसी लिमिटेड के निदेशक विद्युत मंत्रालय ने आज इस संबंध में एक आदेश जारी किया.

प्रमुख नेतृत्व पदों पर कार्य किया-

विद्युत क्षेत्र में 35 वर्षों से अधिक के व्यापक अनुभव के साथ, श्री बोश ने कई प्रमुख नेतृत्व पदों पर कार्य किया है, जिसमें आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य करना भी शामिल है। उन्होंने रणनीतिक निर्णय लेने, व्यवसाय विकास और सभी हितधारकों के साथ समन्वय में भी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है. उन्होंने भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों के तहत प्रमुख राष्ट्रीय विद्युतीकरण पहलों के सफल कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उल्लेखनीय रूप से, उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, जिससे हज़ारों दूरदराज के गाँवों में बिजली पहुँची, और प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना - सौभाग्य योजना, जिसके माध्यम से देश में सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण का ऐतिहासिक लक्ष्य प्राप्त हुआ, के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

परियोजना नेतृत्व और रणनीतिक दूरदर्शिता का प्रदर्शन-

आरईसी में कार्यकारी निदेशक (इंजीनियरिंग) के रूप में अपनी पिछली भूमिका में, उन्होंने राज्य के स्वामित्व वाली और निजी क्षेत्र की संस्थाओं, दोनों में बिजली और बुनियादी ढाँचा क्षेत्र की परियोजनाओं के वित्तपोषण में असाधारण परियोजना नेतृत्व और रणनीतिक दूरदर्शिता का प्रदर्शन किया. उन्होंने राष्ट्रीय ऊर्जा लक्ष्यों के साथ संरेखण सुनिश्चित करते हुए, बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण तथा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परियोजनाओं के मूल्यांकन और वित्तपोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने भारत सरकार की बड़े पैमाने पर बिजली पारेषण और वितरण परियोजनाओं का भी क्रियान्वयन किया है.

निरंतर विकास में महत्वपूर्ण योगदान-

विविध व्यावसायिक क्षेत्रों का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता और उनकी मज़बूत विश्लेषणात्मक और प्रबंधकीय कुशाग्रता ने भारत के बिजली क्षेत्र में एक विश्वसनीय वित्तीय भागीदार के रूप में आरईसी के निरंतर विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनकी रणनीतिक निगरानी व्यावसायिक विकास, मानव संसाधन, सूचना प्रौद्योगिकी, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, परियोजना निगरानी और कॉर्पोरेट संचार सहित कॉर्पोरेट कार्यों की एक विस्तृत श्रृंखला तक फैली हुई है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व और गहन क्षेत्रीय विशेषज्ञता देश के विद्युत और अवसंरचना विकास में एक प्रमुख प्रवर्तक के रूप में आरईसी की भूमिका को आकार दे रही है.