इस्कॉन पहल के तहत 500 से अधिक रचनाकारों ने दिल्ली में भारतीय संस्कृति और कल्याण का जश्न मनाया

भारत के पर्यावरण मंत्री, दिल्ली की मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस्कॉन क्रिएटर्स समिट में भाग लिया, युवाओं को संस्कृति और वेलनेस अपनाने के लिए प्रेरित किया.

इस्कॉन पहल के तहत 500 से अधिक रचनाकारों ने दिल्ली में भारतीय संस्कृति और कल्याण का जश्न मनाया

इस्कॉन क्रिएटर्स समिट 2025 का आयोजन 2 सितम्बर 2025 को द ज़ोरा दिल्ली कन्वेंशन सेंटर में किया गया, जिसमें 500 से अधिक डिजिटल क्रिएटर्स और इन्फ्लुएंसर्स ने भाग लिया.

इस अवसर पर भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के माननीय कैबिनेट मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए. दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता इस सम्मेलन की विशेष अतिथि रहीं. दिल्ली सरकार में पर्यटन, संस्कृति, कला, विधि एवं श्रम विभाग के माननीय मंत्री श्री कपिल मिश्रा इस अवसर पर अतिथि विशेष के रूप में उपस्थित हुए.

सर्वाधिक प्रभावशाली कंटेंट क्रिएटर्स एक साथ-

पहले अनेक सोशल मीडिया सम्मेलनों का आयोजन हुआ है, लेकिन यह अपने प्रकार का प्रथम प्रयास था जिसमें भारत के कुछ सर्वाधिक प्रभावशाली कंटेंट क्रिएटर्स जैसे- रणवीर अल्लाबादिया (BeerBiceps), फैज़ल खान (खान सर), ऋचा अनिरुद्ध, आलख पाण्डेय (PhysicsWallah), आनंद कुमार (Super 30), अमन दत्तरवाल और सोनू शर्मा एक साथ एक मंच पर आए और भारतीय परम्परा एवं संस्कृति को साझा करने और बढ़ावा देने पर केन्द्रित हुए.

हमारे युवा अपनी जड़ों से जुड़े रहें-

इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने कहा: “मैं इस्कॉन को बधाई देती हूँ कि उन्होंने युवा इन्फ्लुएंसर्स को एक मंच पर एकत्रित कर नई पीढ़ी को संस्कृति, एकता और राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर प्रेरित करने का प्रयास किया है. वर्तमान समय में यह अत्यावश्यक है कि हमारे युवा अपनी जड़ों से जुड़े रहें और स्वदेश के प्रति गर्व तथा उत्तरदायित्व की गहरी भावना विकसित करें. इस प्रकार की पहलें युवा भारत की ऊर्जा को सही दिशा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं तथा सौहार्द, वेलनेस और राष्ट्र–प्रेम जैसे मूल्यों को प्रोत्साहित करती हैं.”

वेलनेस, सकारात्मकता और संस्कृति का प्रसार हो-

इस पहल के प्रमुख प्रेरक, इस्कॉन भारत के ट्रस्टी एवं कंट्री डायरेक्टर ऑफ कम्युनिकेशन्स श्रीमान युधिष्ठिर गोविन्द दास ने कहा:“आज विश्व को भारत की कथा सुनाने की अत्यन्त आवश्यकता है. हमारी संस्कृति, भोजन, जीवनशैली एवं दर्शन ने सहस्राब्दियों से यह प्रदर्शित किया है कि किस प्रकार प्रगति करते हुए प्रकृति, अन्य जीवों और अपने आप से सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है. डिजिटल माध्यम आज की पीढ़ी की सोच को आकार देने वाली सबसे शक्तिशाली शक्तियों में से एक है. इस्कॉन का उद्देश्य है कि क्रिएटर्स अपनी प्रभावशाली स्थिति का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करें ताकि वेलनेस, सकारात्मकता और संस्कृति का प्रसार हो सके। हम ऐसी और पहलें लाने की योजना रखते हैं जहाँ संस्कृति और सृजनात्मकता का संगम हो तथा युवाओं को उनकी जड़ों से जोड़कर एक समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहायता मिले.”

भारत की संस्कृति अद्वितीय धरोहरों में से एक-

अपने मुख्य भाषण में माननीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा: “भारत की संस्कृति और धरोहर विश्व की सबसे गहन और अद्वितीय धरोहरों में से एक है. हमारे मूल्य, परम्पराएँ और विविधता हमें विशिष्ट बनाती हैं. यदि हमारे क्रिएटर्स इन धरोहरों को प्रामाणिकता के साथ प्रस्तुत करें, तो यह न केवल युवाओं को सशक्त करेगा बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा और भारत की सॉफ्ट पावर को पूरी दुनिया के सामने और अधिक सुदृढ़ करेगा.”

समिट का मुख्य फोकस -

इस समिट का मुख्य फोकस जनरेशन- Z को अपनी जड़ों से पुनः जोड़ना और वेलनेस एवं सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा.

हृदयस्पर्शी कीर्तन से हुआ शुभारम्भ-

कार्यक्रम का शुभारम्भ इस्कॉन भक्तों द्वारा प्रस्तुत हृदयस्पर्शी कीर्तन से हुआ, तत्पश्चात् इन्फ्लुएंसर्स के बीच पैनल चर्चा हुई जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा, चुनौतियाँ और अवसर साझा किए. इस्कॉन आचार्यों एवं मेंटर्स के प्रेरणादायी वक्तव्य भी प्रस्तुत हुए.

क्रिएटर्स के सम्मान के साथ हुआ समापन-

कार्यक्रम का समापन उन चुनिन्दा क्रिएटर्स के सम्मान के साथ हुआ जिन्होंने नूतन और सृजनात्मक तरीकों से अध्यात्म, संस्कृति एवं वेलनेस को समाज तक पहुँचाने में विशेष योगदान दिया है. इस समिट ने पुनः यह सिद्ध किया कि युवाओं के मार्गदर्शन एवं भारत की समृद्ध परम्पराओं के संरक्षण में इस्कॉन की भूमिका अत्यन्त महत्त्वपूर्ण रही है.