लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल और चिल्ला साई मंदिर, मयूर विहार एक्सटेंशन, दिल्ली में हुआ वाटर कियोस्क का शुभारंभ

हज़ारों श्रद्धालु व यात्रियों के लिए द सोशल लैब और यूनाइटेड वे मुंबई  ने, एचएसबीसी इंडिया के सहयोग से, दिल्ली में दो नए वाटर कियोस्क का शुभारंभ, किया.

लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल और चिल्ला साई मंदिर, मयूर विहार एक्सटेंशन, दिल्ली में हुआ वाटर कियोस्क का शुभारंभ

सार्वजनिक स्वास्थ्य और जल सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, द सोशल लैब (टीएसएल) और यूनाइटेड वे मुंबई (यूडब्ल्यूएम) ने, एचएसबीसी इंडिया के सहयोग से, दिल्ली में दो नए वाटर कियोस्क का शुभारंभ किया- एक लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में और दूसरा चिल्ला साई मंदिर, मयूर विहार एक्सटेंशन में.

वाटर कियोस्क का उद्घाटन किया-

लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल स्थित वाटर कियोस्क का उद्घाटन माननीय राज्य मंत्री, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, श्री हर्ष मल्होत्रा जी द्वारा डॉ. योगेश कुशवाहा, उप अधीक्षक, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की उपस्थिति में किया गया.कार्यक्रम में एचएसबीसी इंडिया और द सोशल लैब के वरिष्ठ नेताओं ने भी भाग लिया.

स्वच्छ, सुरक्षित और निःशुल्क पेयजल उपलब्ध-

ये कियोस्क हज़ारों दैनिक यात्रियों, परिवहन कर्मियों और आम जनता को चौबीसों घंटे स्वच्छ, सुरक्षित और निःशुल्क पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनाए गए हैं.

12 लाख से अधिक लोग लाभान्वित-

वाटर कियोस्क पहल, एचएसबीसी इंडिया के प्रमुख सामुदायिक विकास प्रयासों का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत अब तक पूरे भारत में 80 से अधिक कियोस्क स्थापित किए गए हैं- जो हर साल 12 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं. ये कियोस्क उन्नत फ़िल्ट्रेशन प्रणाली से सुसज्जित हैं और एकल-उपयोग प्लास्टिक की खपत को कम करने के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करते हैं.

दूरदर्शी प्रतिबद्धता का प्रतीक-

माननीय राज्य मंत्री, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय श्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा,"स्वच्छ पेयजल सबसे बुनियादी लोक सेवा है. ये कियोस्क गरिमा, स्वास्थ्य और सतत विकास के प्रति एक दूरदर्शी प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं."

स्वच्छ जल तक पहुंच एक मानव अधिकार-

सुश्री आलोका मजूमदार, प्रबंध निदेशक एवं प्रमुख सततता, एचएसबीसी इंडिया ने कहा,"स्वच्छ जल तक पहुंच एक मानव अधिकार है. यह पहल संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों का समर्थन करती है और स्वस्थ, सशक्त समुदायों के प्रति एचएसबीसी की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करती है."

गरिमा और सतत विकास को प्रोत्साहित करते-

श्री साहिल अरोड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टीएसएल ने कहा,"स्वच्छ पेयजल तक पहुंच विशेषाधिकार नहीं बल्कि प्रत्येक नागरिक का अधिकार है. ये कियोस्क स्वस्थ समुदाय, सार्वजनिक स्थलों में गरिमा और सतत विकास को प्रोत्साहित करते हैं."

यह पहल सार्थक सहयोग की शक्ति को दर्शाती है-

श्री आदेष गुप्ता, निदेशक, सलाहकार बोर्ड, टीएसएल समूह ने कहा,"यह पहल सार्थक सहयोग की शक्ति को दर्शाती है मिलकर हम सुरक्षित पेयजल तक पहुंच को वास्तविकता में बदल रहे हैं, जो गरिमा, स्वास्थ्य और आशा का प्रतीक है."

10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध-

लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में प्रतिदिन 4,200 से अधिक लोग आते हैं और चिल्ला साई मंदिर पर हज़ारों श्रद्धालु व यात्री पहुँचते हैं. ये दोनों कियोस्क मिलकर प्रतिदिन 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराते हैं. तत्काल स्वास्थ्य लाभों से परे, ये पहल प्लास्टिक कचरे को कम करने और सतत, नागरिक-केंद्रित सार्वजनिक अवसंरचना को बढ़ावा देने में भी सहायक है. जो आवश्यक सामुदायिक जरूरतों को पूरा करने में सहयोग की शक्ति को दर्शाती है.